(Chemical kinetics and reaction rate)
रासायनिक बलगतिकी
(Chemical kinetics)-
रसायन विज्ञान की वह शाखा जिसमें रासायनिक अभिक्रिया की दर तथा उनकी क्रियाविधि का अध्ययन किया जाता है रासायनिक बलगतिकी कहलाती है|
अभिक्रिया की दर (अभिक्रिया का वेग)
(Reaction rate)-
इकाई समय में किसी भी क्रियाकारी पदार्थ या किसी भी उत्पाद के सांद्रण में होने वाले परिवर्तन को अभिक्रिया का वेग या रासायनिक अभिक्रिया की दर कहा जाता है|
अभिक्रिया का वेग(अभिकारक की दर) = क्रियाकारी पदार्थ या उत्पाद के सांद्रण में परिवर्तन / परिवर्तन में लगा समय
अभिक्रिया की दर के मात्रक-
किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर की इकाई molL-1s-1 या molL-1min-1 होती है |
किसी अभिक्रिया में यदि क्रियाकारी पदार्थ तथा उत्पाद गैसीय अवस्था में है तो अभिक्रिया के वेग को atms-1 या atm min-1 इकाई में व्यक्त किया जा सकता है|
अभिक्रिया के वेग के आधार पर अभिक्रियाओं के प्रकार-
(1) तात्क्षणिक अभिक्रिया-
वे रासायनिक अभिक्रिया जो बहुत ही जल्दी होती हैं उन्हें तात्क्षणिक अभिक्रियाएं कहा जाता है| इनको होने में लगभग 10´6 से 10`14 सेकंड का समय लगता है|
इस प्रकार की अभिक्रियाओं को आयनिक अभिक्रियाएं या द्रुत अभिक्रियाएं भी कहा जाता है|
जैसे -
AgNO3 + NaCl ----> AgCl + NaNO3
(2) मंद अभिक्रिया-
वे रासायनिक अभिक्रिया जो बहुत ही मंद गति से होती हैं उन्हें मंद अभिक्रियाएं कहा जाता है| इनको होने में कुछ महीनों का समय लगता है|
जैसे - लोहे पर जंग लगना
(3) मध्यम गति अभिक्रिया-
वे रासायनिक अभिक्रिया जो न तो बहुत ही जल्दी होती हैं और न ही बहुत मंद गति से होती हैं उन्हें मध्यम गति अभिक्रियाएं कहा जाता है|
इनको होने में कुछ मिनट या कुछ सेकंड का समय लगता है|
इस प्रकार की अभिक्रियाओं को आणविक अभिक्रियाएं भी कहा जाता है|
जैसे -
PCl5 ----> PCl3 + Cl2
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