Advance Chemistry : अंतर हैलोजन यौगिक( Interhalogen compounds )

Tuesday, November 3, 2020

अंतर हैलोजन यौगिक( Interhalogen compounds )

अंतर हैलोजन यौगिक
(Interhalogen compounds )
हैलोजन परस्पर आपस में क्रिया कर सामान्य सूत्र XYn प्रकार के अनेक महत्वपूर्ण योगिकों का निर्माण करते हैं जिन्हें अंतर हैलोजन यौगिक या भिन्न हैलोजन यौगिक कहा जाता है| सूत्र XYn में X तथा Y भिन्न हैलोजन परमाणु हैं तथा n एक पूर्णांक है जिसका मान 1,3,5,7 होता है|
अंतर हैलोजन यौगिकों का वर्गीकरण-
अंतर हैलोजन यौगिकों के सामान्य सूत्र XYn  में X सदैव आकार में बड़ा हैलोजन परमाणु तथा Y एक  छोटा हैलोजन परमाणु होता है| हैलोजन परमाणु X की ऑक्सीकरण अवस्था n के मान पर निर्भर करती है तथा +1, +3, +5 या +7 हो सकती है लेकिन हैलोजन परमाणु Y की ऑक्सीकरण अवस्था सदैव - 1 ही होती है|
 n के मान के आधार पर अंतर हैलोजन यौगिकों को निम्न चार श्रेणियों में बांटा जा सकता है-
(1) XY1 प्रकार के अंतर हैलोजन यौगिक 
(2) XY3 प्रकार के अंतर हैलोजन यौगिक 
(3) XY5 प्रकार के अंतर हैलोजन यौगिक 
(4) XY7 प्रकार के अंतर हैलोजन यौगिक
बनाने की विधि-
अंतर हैलोजन यौगिकों को बनाने के लिए अलग-अलग हैलोजनों को उचित परिस्थितियों में क्रिया कराकर प्राप्त किया जा सकता है|
               437K 
Cl2 + F2 ----------> 2ClF 
                 573K 
Cl2 + 3F2 --------> 2ClF3 

I2 + Cl2 ----> 2ICl 
I2 + 3Cl2 ----> 2ICl3 
अंतर हैलोजन यौगिकों के सामान्य लक्षण-
(1) यह सहसंयोजकीय  प्रकृति के होते हैं|
(2) यह सभी यौगिक वाष्पशील होते हैं इनमें से अधिकतर अस्थिर हैं लेकिन कोई भी विस्फोटक नहीं है|
(3) इनकी प्रकृति प्रतिचुंबकीय होती है|
(4) जल से क्रिया करके जल अपघटित हो जाते हैं|
2IF5 + 5H2O -----> 10HF + I2O5
(5) यह प्रबल ऑक्सीकारकों की तरह व्यवहार करते हैं और अन्य तत्वों से क्रिया करके हैलाइडों का मिश्रण बनाते हैं|
अंतर हैलोजन यौगिकों के उपयोग-
(1) XY प्रकार के अंतर हैलोजन यौगिक हैलोजनीकारकों के रूप में प्रयोग में लाए जाते हैं|
(2) ClF3 तथा BrF3 का उपयोग फ्लोरीनीकारक के रूप में किया जाता है|
(3) ClF3 तथा BrF3 का उपयोग प्रोपेलेंट्स में ऑक्सीकारकों के रूप में किया जाता है|
(4) इनका उपयोग पॉलीहैलाइड्स के निर्माण में भी किया जाता है|

No comments:

Post a Comment