Advance Chemistry : हाइड्रोजन क्लोराइड गैस तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल

Tuesday, November 3, 2020

हाइड्रोजन क्लोराइड गैस तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल

हाइड्रोजन क्लोराइड गैस तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल

[A] हाइड्रोजन क्लोराइड गैस-
बनाने की विधियां-
हाइड्रोजन क्लोराइड गैस को निम्न अभिक्रियाओं द्वारा प्राप्त किया जा सकता है-
                Sunlight 
H2 + Cl2 --------------> 2HCl 

KCl + H2SO4 ------> KHSO4 + HCl 
BaCl2 + H2SO4 ------> BaSO4 + 2HCl 
प्रयोगशाला विधि-
NaCl + H2SO4 ------> NaHSO4 + HCl 
भौतिक गुण-
यह एक रंगहीन, तीक्ष्ण गंध युक्त गैस है तथा जल में विलेय है| यह संक्षारक प्रकृति की होती है और सूँघने पर नाक, गला तथा फेफड़ों में जलन उत्पन्न करती है|
 मुक्त H+ आयनों की अनुपस्थिति के कारण शुष्क हाइड्रोजन क्लोराइड गैस अम्लीय प्रकृति प्रदर्शित नहीं करती है और इसका लिटमस पेपर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है|
[B] हाइड्रोक्लोरिक अम्ल-
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल वास्तव में हाइड्रोजन क्लोराइड गैस का एक जलीय विलयन होता है|
रासायनिक गुण-
(1) अम्लीय गुण-
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एक प्रबल एक शासकीय अम्ल है क्योंकि यह जलीय माध्यम में एक हाइड्रोजन आयन(H+) देता है|
HCl + H2O <==> H3O+  +  Cl´
(2) धातुओं से क्रिया-
सक्रियता श्रेणी में हाइड्रोजन से उपर स्थित धातुओं से क्रिया कर यह  हाइड्रोजन गैस देता है|
Mg + 2HCl ----> MgCl2 + H2
Zn + 2HCl ----> ZnCl2 + H2
(3) ऑक्साइडों तथा हाइड्रोक्साइडों से क्रिया-
यह धात्विक ऑक्साइडों तथा हाइड्रोक्साइडों  से क्रिया कर संगत लवण तथा जल देता है|
CuO + 2HCl -----> CuCl2 + H2O 
MgO + 2HCl -----> MgCl2 + H2O
NaOH + HCl -----> NaCl + H2O
Ca(OH)2 + 2HCl -----> CaCl2 + 2H2O
(4) कार्बोनेट तथा बाइकार्बोनेट से क्रिया -
 यह धात्विक कार्बोनेट तथा बाइकार्बोनेट से क्रिया कर संगत क्लोराइड बनाता है एवं CO2 गैस निकालता है|
Na2CO3 + 2HCl -----> 2NaCl + H2O + CO2

NaHCO3 + 2HCl -----> NaCl + H2O + CO2
(5) सल्फाइट तथा बाईसल्फाइट से क्रिया-
यह धात्विक सल्फाइट तथा बाईसल्फाइट से क्रिया कर SO2 गैस बनाती है तथा संगत लवण देती है|
Na2SO3 + 2HCl -----> 2NaCl + H2O + SO2

NaHSO3 + HCl -----> NaCl + H2O + SO2
(6) नाइट्रेट से क्रिया-
यह सिल्वर नाइट्रेट से क्रिया कर सिल्वर क्लोराइड का सफेद अवक्षेप देता है|
AgNO3 + HCl -----> AgCl + HNO3

हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के उपयोग-
(1) चर्म उद्योग तथा सोल्डरिंग कार्य में
(2) ग्लूकोज के निर्माण में इसका उपयोग स्टार्च को जल अपघटन में किया जाता है
(3) इस्पात उद्योग में इस्पात के पिकलिंग में
(4) हड्डियों से सरेस के निष्कर्षण में
(5) अम्ल राज(HCl+HNO3) के निर्माण में
(6) प्रयोगशाला अभिकर्मक के रूप में


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