जिन तत्वों में अंतिम इलेक्ट्रॉन या संयोजी इलेक्ट्रॉन (n-2)f उपकोश में प्रवेश करता है उन्हें f-ब्लॉक तत्व या अंतः संक्रमण तत्व कहा जाता है|
f-ब्लॉक तत्वों में दो श्रेणियां लैंथेनॉयड्स तथा एक्टिनॉयड्स श्रेणियां पाई जाती हैं|
(1) लैंथेनॉयड श्रेणी-
इन्हें f-ब्लॉक तत्वों की प्रथम श्रेणी या प्रथम अंतः संक्रमण श्रेणी भी कहते हैं| इस श्रेणी में परमाणुओं के 4f ऑर्बिटल में अंतिम इलेक्ट्रॉन प्रवेश करते हैं तथा इस श्रेणी में सीरियम(Ce-58) से लेकर ल्युटिशियम(Lu-71) तक के 14 तत्व सम्मिलित हैं| यह तत्व आवर्त सारणी में लैंथेनम(La-57) का अनुसरण करते हैं तथा उससे भौतिक एवं रासायनिक गुणों में समानता प्रदर्शित करते हैं अतः इन्हें लैंथेनॉइड्स कहा जाता है|
(2) एक्टिनॉयड श्रेणी-
इन्हें f-ब्लॉक तत्वों की द्वितीय श्रेणी या द्वितीय अंतः संक्रमण श्रेणी भी कहते हैं| इस श्रेणी में परमाणुओं के 5f ऑर्बिटल में अंतिम इलेक्ट्रॉन प्रवेश करते हैं तथा इस श्रेणी में थोरियम(Th-90) से लेकर लॉरेंशियम(Lr-103) तक के 14 तत्व सम्मिलित हैं| यह तत्व आवर्त सारणी में एक्टिनियम(Ac-89) का अनुसरण करते हैं तथा उससे भौतिक एवं रासायनिक गुणों में समानता प्रदर्शित करते हैं अतः इन्हें एक्टिनॉइड्स कहा जाता है|
सभी अंतः संक्रमण तत्व धातु हैं तथा पृथ्वी की सतह में दुर्लभता से मिलते हैं अतः इन्हें सामूहिक रूप से दुर्लभ मृदा या दुर्लभ मृदा तत्व कहा जाता है|
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